जनगणना मँ अपनौ नामौ सथें मातृभाषा के कॉलम मँ अंगिका जरूर दर्ज करैइयै : अंगिका निवेदनपत्र, नेपाली गीत गोष्ठी
भागलपुर, १ मार्च, २०२० । नेपाली गीत गोष्ठी नँ निवेदन पत्र जारी करी क देश केरौ ६ करोड़ अंगिकाभाषी सँ निवेदन करलै छै कि अभी होय वाला जनगणना मँ अपनौ नामौ सथें मातृभाषा के कॉलम मँ अंगिका भाषा जरूर दर्ज करिहौ । साहित्यिक-सांस्कृतिक मंच - नेपाल गीत गोष्ठी द्वारा १ मार्च केरौ आयोजित कार्यक्रम केरो महत्वपूर्ण घटनाक्रम के रूप मँ एगो निवेदन पत्र केरौ लोकार्पण करलौ गेलौ । जेकरौ उद्देश्य आम जन मानस मँ अंगिका के प्रति जागरण पैदा करना त छेबे करै, साथें सरकार क भी याद दिलाना छै कि अंगिका हित केरौ अनदेखी करना छोड़ी क एकरौ वाजिब हक जल्दी सँ जल्दी दहौ ।
अंगिका निवेदन पत्र के माध्यम सँ सौंसे अंगिका भाषी सँ निम्नलिखित जरूरी बात के निवेदन करलौ गेलौ छै -
१. अपना सब के मातृभाषा अंगिका छिकै, अंगिका क ८मों अनुसूची मँ शामिल होना जरूरी छै ।
२. जनगणना मँ अपनौ नामौ सथें मातृभाषा के कॉलम मँ अंगिका जरूर दर्ज करैइयै ।
३. अंगिका भाषा-भाषी आपसी संवाद अंगिका मँ ही करय ।
४. झारखंड मँ जेना अंगिका राज्य केरौ दोसरौ राजभाषा के दर्जा देलौ गेलौ छै, ओन्हैं बिहार मँ भी अंगिका क दोसरौ राजभाषा के दर्जा देलौ जाय ।
५. अंगिका क संविधान केरौ ८मो अनुसूची मँ डलबाबै लेली आरू बिहार केरौ दोसरौ राजभाषा के रूपौ मँ मान्यता दिलाबै लेली हर अंगिका भाषी क आपनौ-आपनौ स्तर सँ पुरजोर प्रयास करतें रहना चाहिय्यौ ।
अंगिका.कॉम केरौ संस्थापक कुंदन अमिताभ सँ बात करतें हुअय साहित्यिक-सांस्कृतिक मंच - नेपाली गीत-गोष्ठी केरौ अध्यक्ष, कवि व गीतकार श्री लक्ष्मीनारायण मधुलक्षमी नँ कहलकै कि ई निवेदन पत्र हजारों-हजार केरौ संख्या मँ अंगिका भाषी के बीच वितरित करी क अंगिका क ८मो अनुसूची मँ दर्ज करबाबै लेली लोगो सिनी मँ जागरूकता लानै के चेष्टा करलौ जैतै । हुनी कहलकै कि भागलपुरौ सँ ल करी क सहरसा, कटिहार, दुमका, साहेबगंज, वर्दमान, दिल्ली, मुंबई, कलकत्ता तलक जाय वाला हर ट्रेन सहित अंग देश केरौ हर कोना मँ एकरौ वितरण क सुनिश्चित करलौ जैतै । जेकरा स कि अंगिका के प्रति आम अंगिका भाषी मँ जागरण पैदा हुअय ।
कार्यक्रम केरौ दौरान अंगिका निवेदन पत्र केरौ लोकार्पण नगर विधायक अजीत शर्मा, जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष डॉ. शंभू दयाल खेतान, हीरा प्रसाद हरेन्द्र, ब्रजेश साह, सुधीर कुमार प्रोग्रामर, डॉ. प्रेम प्रभाकर, गीतकार राजकुमार, शतदल मंजरी, प्रीतम विश्वकर्मा कवियाठ, लक्ष्मीनारायण मधुलक्षमी द्वारा संयुक्त रूप सँ करलौ गेलै ।
अंगिका.कॉम के संस्थापक संपादक श्री कुंदन अमिताभ नँ नेपाली गीत गोष्ठी द्वारा अंगिका निवेदन पत्र केरौ प्रकाशन व वितरण क ऐतिहासिक बतैनै छै। हुनी आशा व्यक्त करनै छै कि संस्था केरौ ई चेष्टा सँ अंगिका के प्रति लोगो सिनी मँ जागरूकता के संचार होतै ।
अंगिका निवेदन पत्र मँ अंगिका भाषा के उत्थान लेली संदेश के अलावा लक्ष्मीनारायण मधुलक्षमी, त्रिलोकीनाथ दिवाकर, प्रीतम विश्वकर्मा कवियाठ, शतदल मंजरी केरौ अंगिका गीत भी छापलौ गेलौ छै, जेकरा सँ अंगिका भाषा भाषी क अंगिका रचना लिखै आरू पढ़ै ल प्रेरित करलौ जाबै सकै ।
निवेदन पत्र मँ अंग क्षेत्र केरौ कुछ महत्वपूर्ण दर्शनीय स्थल, मंजूषा पेंटिंग आरू प्रमुख कवि, रचनाकार, संगठन केरौ पदाधिकारी आरू सदस्यगण आरनि के फोटो भी छापलौ गेलौ छै ।
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