सुलतानगंज के उत्तरवाहिनी गंगा तट प॑ सांत्वना साह केरऽ पार्थिव शरीर पंच-तत्व म॑ विलीन | News in Angika
सुलतानगंज । ९ नवंबर, २०१८ । सुलतानगंज केरऽ उत्तरवाहिनी गंगा तट प॑ सांत्वना साह केरऽ पार्थिव शरीर पंच-तत्व म॑ विलीन भ॑ गेलै । सुलतानगंज केरऽ श्मसान घाट प॑ आकाशवाणी भागलपुर केरऽ नूर, अंगिका केरऽ मशहूर कोकिल कंठी "चंपा बहन" केरऽ दाहसंस्कार पूरा श्रद्धा आरू साहित्यिक सम्मान के साथ करी देलऽ गेलै । मुखाग्नि श्रीमती साह केरऽ बड़का बेटां सलिल कुमार न॑ देलकै । ई अवसर पर अखिल भारतीय साहित्य कला मंच आरू अजगैवीनाथ साहित्य मंच के वरीय पदाधिकारीयऽ म॑ हीरा प्रसाद हरेन्द्र, डॉ. ब्रह्मदेव नारायण सत्यम, सुधीर कुमार प्रोग्रामर, अंजनी कुमार शर्मा, साथी सुरेश सूर्य, मनीष कुमार गूंज, हरिनंदन चौरसिया, प्राण मोहन प्रीतम, साथी इंद्रदेव, डॉ. श्यामसुन्दर आर्य के अलावे दर्जनऽ साहित्यप्रेमी उपस्थित होय करी क॑ फूलमाला द॑ करी क॑ "अंग कोकिला सांत्वना साह अमर रह॑" के नारा स॑ अपनऽ श्रद्धांजलि अर्पित करलकै।
ज्ञातव्य छै कि वरिष्ठ अंगिका साहित्यकार आरू आकाशवाणी कलाकार सांत्वना साह केरऽ निधन ८ नवंबर,२०१८ क॑ सबरगरे बंगलोर के अपोलो अस्पताल म॑ इलाज के दौरान होय गेलऽ रहै। हुनी जीबीएम-4 नामक बीमारी सें जूझी रहलऽ छेलै ।
सांत्वना साह एगो मृदुभाषी व्यक्तित्व वाला साहित्यकार आरू कलाकार छेलै । हुनी आकाशवाणी के माध्यम स॑ अंगिका केरऽ महत्वपूर्ण सेवा करलकै जेकरा भुलाना बहुत मुश्किल छै । अंगिका.कॉम हुनका प्रति हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करै छै । भगवान हुनकऽ आत्मा क॑ चिर शांति प्रदान कर॑ । हुनकऽ निधन स॑ अंग देश म॑ शोक के लहर व्याप्त होय गेलऽ छै । हुनी आम अंगिका भाषी जनता के बीच आकाशवाणी केरऽ कार्यकम अंग-दर्पण के माध्यम स॑ 'चंपा बहिन' के नाम सें प्रसिद्ध होय गेलऽ रहै ।
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