अंगिका, भोजपुरी व मगही शीघ्र बनतै दोसरऽ राजभाषा - रघुवर दास,माननीय मुख्यमंत्री, झारखंड | News in Angika
राँची । झारखंड राज्य म॑ अंगिका, भोजपुरी आरू मगही क॑ द्वितीय राजभाषा के दर्जा शीघ्र मिलतै । मुख्यमंत्री रघुवर दास न॑ ई संबंध म॑ अधिकारी सिनी क॑ जरूरी निर्देश जारी करन॑ छै । कार्मिक विभाग द्वारा एकरऽ प्रस्ताव तैयार करलऽ जैतै । इस प्रस्ताव क॑ कैबिनेट केरऽ अगला बैठक म॑ पेश करलऽ जाय के उम्मीद छै । अगर ई भाषा क॑ दोसरऽ राजभाषा के दर्ज मिलै छै त॑ बिहार स॑ सटलऽ झारखंड केरऽ कई जिला में रहै वाला लोगऽ क॑ नौकरी सब म॑ फायदा मिलतै ।
जोन भाषा क॑ पहनै सें झारखंड द्वितीय राजभाषा के दर्जा शामिल छै ओकरा म॑ बांग्ला, उर्दू आरू उड़िया शामिल छै । एकरऽ अलावे नौ जनजातीय भाषा संथाली, मुंडारी, हो, खड़िया, कुरमाली, खोरठा, नागपुरी, पंचपरगनिया और कुड़ुख (उरांव) क॑ भी एकरा म॑ शामिल करलऽ गेलऽ छै ।
अंगिका भाषा, संथाल परगना क्षेत्र केरऽ देवघर, दुमका, गोड्डा, साहेबगंज आदि इलाका में बोललऽ जाय छै । भोजपुरी मुख्य रूप सें दक्षिणी छोटानागपुर आरू कोयलांचल में बोललऽ जाय छै । मगही बिहार सें सटलऽ इलाका पलामू, चतरा आरू हजारीबाग में बोललऽ जाय छै ।
राज्य म॑ विभिन्न संगठनऽ द्वारा अंगिका, भोजपुरी, मगही भाषा क॑ दोसरऽ राजभाषा के दर्जा दै के माँग लंबा समय सें करलऽ जाय रहलऽ छै । मुख्यमंत्री न॑ एकरा ध्यान में रखतें हुअ॑ कार्मिक विभाग क॑ प्रस्ताव बनाय के आदेश देल॑ छै । ई प्रस्ताव क॑ अगला कैबिनेट में रखै लेली कहलऽ गेलऽ छै ।
यूनिसेफ न॑ कुछ वर्ष पहलें राज्य में सर्वे करन॑ छेलै । जेकरा म॑ ई बात सामने ऐलऽ छेलै कि राज्य केरऽ ग्रामीण क्षेत्र म॑ ८० फीसदी लोग स्थानीय भाषा बोलै छै । स्कूल आबै वाला बच्चा स्थानीय भाषा जादा समझै छै । लिहाजा, शिक्षकऽ के नियुक्ति म॑ एक स्थानीय भाषा में परीक्षा लेलऽ गेलऽ छेलै । ई भाषा केरऽ चयन क्षेत्र म॑ बोललऽ जाय वाला भाषा के आधार पर करलऽ गेलऽ रहै । जोन क्षेत्र में जे भाषा बोललऽ जाय छै ओकरा ही वू क्षेत्र लेली रखलऽ गेलऽ छेलै । इ लेली भविष्य में भी जिला स्तर प॑ नौकरी में यह॑ भाषा सब क॑ लिखै-पढ़ै वाला सब क॑ प्राथमिकता मिलै के उम्मीद छै ।
स्त्रोत - दैनिक हिन्दुस्तान, राँची, दिनांक - १२ फरवरी, २०१८ केरऽ मुखपृष्ठ
(Source - https://www.livehindustan.com/jharkhand/ranchi/story-bhojpuri-magahi-and-angika-will-soon-become-the-second-official-language-1797983.html)
No comments:
Post a Comment